मुक्त शिक्षा एवं दूरस्थ शिक्षा के कारक : Factors Of Open Education And Distance Education
मुक्त शिक्षा एवं दूरस्थ शिक्षा के कारक |
Table of Contents :
1 . मुक्त शिक्षा एवं दूरस्थ शिक्षा के प्रमुख बिंदु
2 . मुक्त शिक्षा एवं दूरस्थ शिक्षा के क्षेत्र में प्रमुख कारक
3 . तकनीकी कारक संदर्भ
4 . आर्थिक समावेश
5 . सारांश
मुक्त शिक्षा एवं दूरस्थ शिक्षा कारक ( Open Education And Distance Education Factor)
समाज में सामाजिक आवश्यकता में काफी वृद्धि हुई है ,और कई तरह के परिवर्तन भी देखने को मिले हैं । इन नवीन आवश्यकता का रूप काफी जटिल है । मुक्त शिक्षा एवं दूरस्थ शिक्षा के क्षेत्र में कई तरह के कारक ने जन्म लिया है । जिनके बारे में हम नीचे विधिवत जानेंगे ।
मुक्त शिक्षा एवं दूरस्थ शिक्षा के प्रमुख बिंदु
1 . मुक्त शिक्षा एवं दूरस्थ शिक्षा नवीनीकरण
बहुत सारे सामाजिक एवं तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में विकास की वजह से परंपरागत शिक्षा व्यवस्था में काफी सारे बदलाव देखने को मिले हैं , और शिक्षा प्रणाली को लोकप्रिय बनाने में भी मददगार साबित हुए हैं । दूरस्थ शिक्षा के क्षेत्र में विकास के कई सारे कारक सामने आए हैं ।
1 . अपने पाठ्यक्रम का चयन अपने समय के अनुसार करना और अपने पाठ्यक्रम के चयन में लचीला पन आवश्यक है । 21 वी सदी में डी . अल्वा (सन् 2000) ने अपने अध्यन में बताया कि हम चाहें या ना चाहें हमें पाठ्यक्रम संरचना को लेकर किसी भी विद्यालय में किसी भी समय पर कहीं पर भी शिक्षा को प्राप्त करने की व्यवस्था की उपलब्धता जरुरी है ।
डी . अल्वा ने संस्थागत शिक्षा विकास पर बल दिया और कहा कि नए संचार और प्रौद्योगिकी का विकास ही दूरस्थ शिक्षा का भविष्य कहलाएगा ।
2 . प्रौढ़ शिक्षा एवं अल्पसंख्यक वर्ग
यदि हम देखें तो ज्यादातर संस्थानों में 25 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोग कार्य करते हैं । सन 2002 के अध्यन में यह देखा गया है , की उच्च शिक्षा के मामले में 57 % नामांकन महिला वर्ग का है । सन 2020 को लेकर यह आकलन किया गया था , कि यूनाइटेड स्टेट में 63 % नामांकरण दूरस्थ शिक्षा के क्षेत्र में विशेष प्रगति की ओर लेकर जाएगा ।
3 . ऑनलाइन क्षेत्र में उच्च शिक्षा
आजकल के वर्तमान युग में अपने घर में ही विद्यार्थी उच्च शिक्षा को प्राप्त कर सकते हैं । इसके साथ ही पाठ्यक्रम मे ठहराव भी देखने को मिल रहा है । ब्राडी के अध्यन में पाया गया है , कि दूरस्थ शिक्षा पाठ्यक्रम में 87% शिक्षा से यह पता चलता है , कि शिक्षाथी दूरस्थ शिक्षा सेवा से संतुष्ट हैं ।
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मुक्त शिक्षा एवं दूरस्थ शिक्षा के क्षेत्र में प्रमुख कारक निम्न है -
1 . परंपरागत शिक्षा की अप्रभावशीलता
डन ने सन् 2000 में 2025 तक परंपरागत शिक्षा की व्यवस्था को अप्रभावशील बताया है , और उच्च शिक्षा व्यवस्था में परिवर्तन के बारे में बात कही है ।
2 . सशक्त नियोजन
शिक्षा व्यवस्था का प्रमुख कारक सशक्त नियोजन भी है , क्योंकि विकेंद्रीकरण ने शिक्षा के क्षेत्र को और भी बेहतर किया है ।
3 . राष्ट्रीय लक्ष्य
भारत के साथ-साथ और भी देशो ने शिक्षा व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया और लोकतांत्रिक दृष्टिकोण ने दूरस्थ शिक्षा के सिद्धांत को अपनाया ।
4 . सामाजिक उद्देश्यों की प्राप्ति
दूरस्थ शिक्षा क्षेत्र में कोई भी सामाजिक परिस्थितियां बाधा नहीं बननी चाहिए । भौतिक और आथिक परिस्थितियों ने मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षा को एक नया आयाम दिया है ।
5 . शिक्षा की ओर आकर्षण
जिंदगी में हमेशा इंसान अपने अनुभव के आधार पर सीखता रहता है । दूरस्थ शिक्षा प्रणाली के अंतर्गत व्यक्ति कम समय में पढते रहने की सुविधा को प्राप्त कर सकता है ।
6 . स्व निर्देशित शिक्षा
आजकल अनुदेशक को ज्यादा पसंद किया जाता है । सामाजिक एवं सांस्कृतिक उपयोग का होना और कंप्यूटर संप्रेषण की विविधता ने स्वदेशी शिक्षा की तरफ अधिक झुकाव बना दिया है ।
7 . शिक्षा की कुशलता
गैलधेर ने अपने एक शोध में कहा की शिक्षा की कुशलता पर ध्यान दिया जा रहा है । जहां पर एक तरफ वर्तमान उचित शिक्षा में शिक्षण कहीं पर खो गया है , वही मुक्त दूरस्थ शिक्षा ने एक व्यवहारिक पाठ्यक्रम का एक नया विकल्प दिया है ।
8 . आय संसाधन में वृद्धि
कुछ विद्वानों ने आय संसाधन के संदर्भ में मत दिए हैं । हाकिंग के द्वारा कहा गया कि विश्वविद्यालय में अपने संसाधन को पूरा करने के लिए और अस्तित्व को बनाएं रखने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ता है । चीनी ने 2002 में अपने अध्ययन के अनुसार यह बताया कि अब हर तरह की शिक्षा संस्था तकनीकी एवं पाठ्यक्रम का उपयोग मिलकर कर रहें हैं
तकनीकी कारक संदर्भ
मुक्त शिक्षा एवं दूरस्थ शिक्षा के प्रकार में तकनीकी कारक का भी योगदान है ।
1 . तकनीकी उपलब्धता
आज दूरस्थ शिक्षा क्षेत्र में तकनीकी सेवा का योगदान अभूतपूर्व है । नये तकनीक चाहे वो कंप्यूटर शिक्षा प्रक्रिया हो या कुछ और सभी के लिए तकनीकी उपकरण उपलब्ध होंगे ।
2 . इंटरनेट का उपयोग
आने वाले समय में बहुत तेजी के साथ बच्चे शिक्षा को इंटरनेट के द्वारा प्राप्त करेंगे जो कि दूरस्थ शिक्षा को बढ़ावा देने में और लोकप्रियता के मामले में एक सकारात्मक प्रभाव है ।
3 . तकनीकी प्रवाह
मुक्त शिक्षा एवं दूरस्थ शिक्षा को सवसुलभ बनाने में और तकनीकी ज्ञान को अर्जित करने में तकनीकी प्रवाह से काफी विकास हुआ है ।
आर्थिक समावेश
सभी तरह के कारकों में से एक आर्थिक कारक भी है जिसका मुक्त शिक्षा एवं दूरस्थ शिक्षा में महत्वपूर्ण योगदान है ।
यदि हम बात करें तकनीकी और संचार माध्यम की तो इससे शिक्षा प्राप्त करना काफी सरल हो जाता है । लगातार शिक्षा को प्राप्त करने से व्यक्ति अपने जीवन यापन अच्छे से कर पाएंगे और सुविधाओं का लाभ भी उठा पाएंगे । ऐसे लोगों के लिए दूरस्थ शिक्षा एक बेहतर विकल्प के रूप में हैं । लोग इसका उपयोग लंबे समय तक कर सकते हैं ।
यदि दूरस्थ शिक्षा की बात करें तो इसे लोकप्रिय बनाने के लिए ज्यादा से ज्यादा पाठ्यक्रम और डिग्री पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है । एक शोध में पाया गया है कि जो परंपरागत विश्वविद्यालय के कार्यक्रम है उन्हें ऑनलाइन कर दिया जाएगा जो कि आप आजकल वर्तमान में देख रहे हैं । और इस वजह से दूरस्थ शिक्षा काफी लोकप्रिय हो जाएगा । ऑनलाइन कोर्स की अधिकता भी आजकल देखने को मिल रही है । वेब सुविधा की वजह से स्वतंत्र अध्यन को काफी बढ़ावा मिला है।
सारांश
आजकल इंटरनेट का प्रचलन काफी तेजी से शिक्षा के क्षेत्र में बढा है। मुफ्त शिक्षा एवं दूरस्थ शिक्षा वर्तमान समय में समय की मांग है । और शैक्षिक सुविधाओं का जितना विस्तार तेजी से हुआ है । व्यक्ति शिक्षा के क्षेत्र में काफी तेजी से दूरस्थ शिक्षा को अपना रहा है , और तेजी से मुक्त शिक्षा एवं दूरस्थ शिक्षा का प्रचार प्रसार सकरात्मक तरीके से हो रहा है ।
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